वणी टाईम्स न्यूज : वेस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड की नीलजई कोयला खदान में ओ.बी.उत्खनन का काम करने वाली कंपनीने बिना किसी नोटिस के 65 श्रमिकों को नौकरी से निकाल दिया। जिसके विरोध में श्रमिकों ने कंपनी के प्रवेश द्वार के सामने आमरण अनशन आंदोलन शुरु किया है। अनशन के दूसरे दिन श्रमिक नेता व वेकोलि टीएससी सदस्य संजय खाड़े ने भुख हड़ताल पर बैठे श्रमिकों से मुलाकात कर न्याय मिलने तक उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर लड़ने का आश्वासन दिया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार वेस्टर्न कोलफील्ड की नीलजई कोयला खदान में ओवरबर्डन निकलने का काम एच डी एंटरप्राइजेज व गौरव ज्वाइंट वेंचर कंपनी को दिया गया है। दोनों कंपनी पूरी क्षमता के साथ दिनरात उत्खनन व डंपिंग का कार्य कर रही है। इसके बावजूद कंपनी ने बिना कोई नोटिस दिए स्थानीय 65 श्रमिकों को नौकरी से निकाल दिया। जिसके विरोध में श्रमिकों ने सोमवार 27 जनवरी से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू कर दी।
सोमवार को कंपनी की तरफ से प्रबंधक और इंचार्ज ने भुख हड़ताल पर बैठे मुलाकात कर चर्चा की। उन्होंने श्रमिकों की मांगों के बारे में प्रबंधन को अवगत कराकर मंगलवार तक जवाब देने की हामी भरी। लेकिन मंगलवार को कंपनी की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिलने पर अनशन शुरू रहा। इस समय वणी के एसडीपीओ गणेश किंद्रे, शिरपुर थानेदार माधव शिंदे, पीएसआई रावसाहेब बुधवंत, प्रमोद वासेकर, राजू अकंतवार, तेजराज बोधे, शंकर वऱ्हाटे, अशोक चिकटे और अन्य लोग उपस्थीत थे।
रोजगार में स्थानीय लोगों को प्राथमिकता देने के नियम के बावजूद कंपनी स्थानीय भूमिपुत्रों के साथ अन्याय कर रही है। श्रमिक अपने अधिकारों की लड़ाई लड़ रहे है। निकाले गए श्रमिकों को जब तक बहाल नहीं किया जाता, तब तक आंदोलन जारी रहेगा
संजय खाड़े – श्रमिक नेता