वणी टाईम्स न्यूज : जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामी का जन्म कल्याणक महोत्सव गुरुवार 10 अप्रैल को शहर में धूमधाम से मनाया जाएगा। सकल जैन समाज द्वारा महोत्सव की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। महावीर जयंती के दिन जैन समाज के सभी घरों पर अहिंसा परमो धर्म की पताका फहराई जाएगी। महावीर जयंती के उपलक्ष में बुधवार 9 अप्रैल को शाम 6.30 बजे से जैन भक्ति संध्या का आयोजन नगरवाला कम्पाउन्ड में किया गया है। जिसमें रायपुर के गायक अंकित लोढ़ा अपनी समधूर वाणी में भगवान महावीर व तीर्थंकरों के भजन प्रस्तुत करेंगे।
गुरुवार 10 अप्रैल को सुबह 7.30 बजे से 8.30 बजे तक आनंद भवन में जाप व प्रवचन रखा गया है। इसके बाद सुबह 8.30 बजे से श्री सम्भवनाथ जैन मंदिर में सपनों की बोली लगाई जाएगी। उपरांत सुबह 10 बजे भगवान महावीर की शोभायात्रा (वरघोड़ा) का प्रारंभ श्री संभवनाथ जैन मंदिर से होगा। शोभायात्रा जैन मंदिर से जटा शंकर चौक, गांधी चौक, टैगोर चौक, आंबेडकर चौक, छत्रपति शिवाजी महाराज चौक, खाती चौक से होते हुए वापस जैन मंदिर पर शोभायात्रा का समापन होगा। जिसके बाद दोपहर 12.30 बजे से वरोरा मार्ग स्थित महावीर भवन में गौतम प्रसादी (स्नेह भोजन) का आयोजन सकल जैन समाज द्वारा किया गया है।
कब और क्यों मनाई जाती है महावीर जयंती
महावीर जयंती का पर्व प्रतिवर्ष चैत्र शुक्ल त्रयोदशी को मनाया जाता है। महावीर जयंती जैन धर्म का सबसे प्रमुख पर्व है, जो भगवान महावीर के जन्मदिवस के रूप में मनाया जाता है। यह जैन धर्म के 24 वें और अंतिम तीर्थंकर थे।भगवान महावीर ने अहिंसा, सत्य, अपरिग्रह, ब्रह्मचर्य और अस्तेय के सिद्धांतों पर जोर दिया। उनके ये उपदेश जैन धर्म के मूलभूत आधार हैं। भगवान महावीर ने अपने जीवन में जो शिक्षाएं दीं, वे आज भी समाज को नैतिकता, करुणा और अहिंसा की राह पर चलने का संदेश देती हैं।