वणी टाईम्स न्यूज : वणी विधानसभा क्षेत्र मे महाविकास आघाडी के उम्मीदवार का मसला आखिरकार बुधवार को सुलझ गया। महाविकास आघाड़ी में शामिल कांग्रेस व शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेताओ की मुंबई और दिल्ली में हुई कई हाईलेवल मीटिंग के बाद आखिरकार वणी विधानसभा क्षेत्र से महाविकास आघाड़ी के अधिकृत प्रत्याशी के रूप में शिवसेना (UBT) के संजय नीलकंठराव देरकर के नाम पर मुहर लगा दी गई।
वणी विधानसभा क्षेत्र यह कांग्रेस पार्टी का पारंपरिक गढ़ रहा है। इसीलिए भूतपूर्व विधायक वामनराव कासावार तथा कांग्रेस नेता संजय खाड़े इस सीट पर अपनी दावेदारी पेश कर रहे थे। पूर्व विधायक वामनराव कासावार को पार्टी के अंदर से ही विरोध का सामना करना पड़ रहा था। जबकि चंद्रपुर वणी आर्णी लोकसभा क्षेत्र की सांसद प्रतिभा धानोरकर ने संजय खाड़े को टिकिट मिलने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा दिया था।
कई दिनों तक चली चर्चाओं और अफवाहों के बाद आखिरकार वणी विधानसभा की जगह शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के लिए छोड़े जाने का फैसला हुआ। लेकिन शिवसेना के जिला प्रमुख व पूर्व विधायक विश्वास नांदेकर तथा संजय देरकर के बीच तीव्र मतभेद किसी से छिपे नहीं है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या कांग्रेस पार्टी व शिवसेना नेता विश्वास नांदेकर चुनावो में संजय देरकर का साथ देंगे ?
तीन बार पराजित चौथी बार चुनावी मैदान में
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी संजय देरकर चौथी बार चुनावी मैदान में अपना भाग्य आजमा रहे है। इससे पूर्व 3 दफा वो चुनाव हार चुके है। वर्ष 2009 में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में उतरे संजय देरकर 41 हजार 330 वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहे। जबकि 2014 में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के उमीदवार होने के बावजूद वोट 31 हजार 221 वोट लेकर चौथे नंबर पर खिसक गए। 2019 चुनावों में उतरे संजय देरकर तीसरे स्थान पर रहने के बावजूद उनको सिर्फ 25 हजार 45 वोट मिले।