जितेंद्र कोठारी, वणी : मारेगाव तहसील कार्यालय परिसर से 15 से 17 जून 2024 के दरमियान चोरी गए जिस ट्रक की खोज में पुलिस विभाग ने 45 दिन तक जांच की, उस ट्रक का मालिक ही ट्रक चोरी का मास्टर माइंड निकला। डेढ़ महीने की लंबी छानबीन के बाद पुलिस को वर्धा जिले के सालोड कस्बे से चोरी गया हुआ ट्रक बरामद करने में सफलता मिली। पुलिस ने ट्रक के मालिक सहित उसके 3 साथियों को हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर आरोपियों ने सुनसान जगह पर छिपाकर रखे गए ट्रक के बारे में सुराग दिया। पुलिस ने ट्रक के साथ ही चोरी की घटना में प्रयुक्त स्विफ्ट डिजायर कार भी आरोपियों के कब्जे से बरामद कर ली है।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में वर्धा जिले के पालोती निवासी ट्रक मालिक शेख रोशन शेख अब्दुल (35) व प्रणय धनराज पोहणे (24) तथा सालोड निवासी शेख अफरोज शेख अब्दुल (32) व पवन देवराव किनाके (23) का समावेश है। वणी के एसडीपीओ गणेश किंद्रे व स्थानीय अपराध शाखा (LCB) के पुलिस दल ने चोरी की इस घटना का पर्दाफाश करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मारेगांव राजस्व विभाग के तहसीलदार उत्तम नीलावाड़ के नेतृत्व में राजस्व कर्मियों ने 6 फरवरी 2024 को बिना रॉयल्टी व ट्रांजिट पास के अवैध रूप से रेती भरकर जा रहे ट्रक क्रमांक MH-36 1675 को लगभग 5 किलोमीटर तक पीछा करने के बाद पकड़ा था। पकड़े गए ट्रक को मारेगांव तहसील कार्यालय में लाकर उसमे ट्रक जब्त कर लिया गया। राजस्व विभाग की कार्यवाही के बाद दंड नही भरे जाने के कारण पिछले 4 महीनो से ट्रक तहसील परिसर में खड़ा था।
15 जून से 17 जून 2024 तक छुट्टीयों के चलते तहसील कार्यालय बंद था। इसी दौरान अज्ञात चोर तहसील परिसर में खड़ा ट्रक चुरा कर ले गए। 18 जून को तहसील कार्यालय खुलने के बाद ट्रक चोरी की घटना का पता चला। जिसके बाद राजस्व विभाग की तरफ से मारेगांव पुलिस थाने में ट्रक चोरी की शिकायत दर्ज कराई गई।
रेती तस्करी करने वाले ट्रक मालिक द्वारा ट्रक चुराए जाने की संभावना को देखते हुए पुलिस ने ट्रक मालिक वर्धा निवासी रोशन शेख से कई बार पूछताछ की, मगर हर बार उसने चोरी करने की बात से इन्कार कर दिया। मारेगाव से लेकर यवतमाल, वणी, पांढरकवडा जाने वाले मार्गो पर सीसीटीवी फुटेज व सैकड़ों कॉल डिटेल खंगालने के बाद भी पुलिस के हाथ कोई खास सुराग नहीं लगा।
आखिरकार उप विभागीय पुलिस अधिकारी गणेश किंद्रे व अपराध शाखा की टीम ने अपने गुप्तचर नेटवर्क के माध्यम से ट्रक चोरी में खुद ट्रक मालिक रोशन शेख का हाथ होने का पता लगाया। रोशन शेख से कड़ाई से पूछताछ करने पर उसने आंजी नदी परिसर में छिपा कर रखे ट्रक के बारे में पुलिस को जानकारी दी। जिसके बाद ट्रक चोरी के अनसुलझे प्रकरण का खुलासा हुआ।