वणी टाईम्स न्यूज : चंद्रपुर जिले में अपराध की दुनिया में बेताज बादशाह के रुप में पहचान बना चुके कुख्यात बदमाश हाजी बाबा उर्फ हाजी सरवर शेख का दिनदहाड़े खून कर दिया गया। चंद्रपुर के शाही दरबार होटल में खाना खाते समय होटल के बाहर घात लगाकर बैठे तकरीबन 5 से 7 हमलावरों ने हाजी बाबा व उसके साथियो पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी। इतना ही नही हमलावरों ने हाजी बाबा पर चाकुओं से हमला कर मौत के घाट उतार दिया। सोमवार को दिनदहाड़े हुई कत्ल की इस घटना से चंद्रपुर में दहशत का माहौल पैदा हो गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार घुग्गूस तहसील के नकोड़ा का रहने वाला हाजी बाबा शेख सरवर उर्फ हाजी पिछले अनेक वर्षों से अपराध की दुनिया में जाना पहचाना नाम है। चंद्रपुर जिले के ही नही अपितु विदर्भ के अपराधियो को हाजी मदद करता था। हाजी पर विभिन्न थानों में चोरी, तस्करी, हत्या, फिरौती के अनेक मामले दर्ज है। कोयला चोरी व तस्करी से हाजी को लाखो रुपए महीना कमाई थी।नक्सलवादियों को हथियार सप्लाई के जुर्म में नागपुर पुलिस ने हाजी को महाराष्ट्र संघटित अपराध नियंत्रण कानून (MCOCA) के अंतर्गत गिरफ्तार कर जेल भेजा था। कुछ दिनों पूर्व ही वह जेल से बाहर आया था।
अपराध की दुनिया के साथ ही हाजी ने राजनीति की दुनिया में भी कदम रख दिया था। नकोड़ा गांव का सरपंच होने के साथ ही वह कई नेताओं का खासमखास भी बन गया था। नागपुर के कुख्यात बदमाश व एक समय हाजी के इशारे पर काम करने वाले शेखू से हाजी की गहरी दुश्मनी थी। कुछ वर्षो पूर्व शेखू ने घुग्गुस में हाजी पर गोलियां चलाई थी, लेकिन उस समय हाजी बाल बाल बच गया था।
बताया जाता हुआ कोल माफियाओं से हफ्ता वसूली के धंधे में वर्चस्व को लेकर हाजी की अनेक अपराधियों से दुश्मनी थी। हाजी की हत्या के पीछे भी आपसी रंजिश बताई जाती है। हाजी का कोयला, रेती तस्करी व हफ्ता वसूली का नेटवर्क वणी में भी फैला हुआ बताया जाता है। हाजी का कत्ल करने वाले हमलावरों के पकड़े जाने के बाद ही कत्ल की असली वजह का पता लगेगा। घटना के बाद चंद्रपुर में तनाव की स्थिति बताई जाती है।