जितेंद्र कोठारी, वणी : हैलो … मै पुलिस स्टेशन से इंस्पेक्टर शर्मा बोल रहा हूँ । आपके लड़के ने दोस्तों के साथ मिल कर एक लड़की का रेप किया है । उसके 2 दोस्तों को गिरफ्तार कर लिया है । लेकिन आपका लड़का फरार है । उसको गिरफ्तारी से बचाना है तो तुरंत इस नंबर पर 25 हजार रूपये भेजिए, वर्ना उसका भविष्य ख़राब हो जायेगा । इस तरह का फोन कॉल बुधवार 14 फेब्रु. (Velentine day) के दिन वणी शहर की कुछ मोबाईलधारको के फोन पर आया. कुछ लोगो ने जिन्हें फेक कॉल के बारे में पता है उन्होंने कॉल करने वाले व्यक्ति की अच्छी खासी खबर ली । मगर कुछ लोगो ने घबराकर फोन रख दिया । कुछ लोगो ने इस बारे में पुलिस स्टेशन में जानकारी दी ।
शातिर साइबर ठग धोखाधड़ी के लिए नए-नए हथकंडे अपनाते रहते हैं । लेकिन अब तो यह ठग खुद को पुलिस बताकर लोगो के साथ धोखा कर रहे है । व्हाट्सअप व ट्रू कॉलर ऍप पर किसी भी पुलिस अधिकारी की वर्दी सहित फोटो व फर्जी नाम के साथ यह अपराधी लोगो को फोन कर पैसो की मांग करते है । व्हाट्सअप, फेसबुक, इन्स्टाग्राम, गूगल, एक्स जैसी सोशल साइट्स से यह अपराधी मोबाईल धारक का नाम, पता, माँ बाप का नाम सब पता कर लेते है । इसके बाद बाकायदा सामने वाले के नाम के साथ कॉल करते है । इसके अलावा पुलिस विभाग की वेबसाइट से भी अपराधी डाटा चुराकर शिकायतकर्ता व आरोपी से पैसो की मांग करने की घटनाये सामने आई है ।
फेक कॉल से रहे सावधान –
अगर आपके मोबाइल पर किसी भी पर्सनल नंबर से फोन आता है और वह आपको धमकाकर पैसे देने के बारे में कहता है, तो उसके झांसे में न आये । उसको सीधे जबाब दे की उसको जो करना है कर ले । इसके अलावा ऐसे फोन कॉल के बारे में स्थानीय पुलिस को तुरंत सूचित करे । खास बात यह है अधिकतर ऐसे सायबर ठग बिहार, झारखंड, उत्तरप्रदेश राज्यों से होने के चलते उनकी भाषा से अंदाज लगा सकते है । इसके अलावा किसी भी अनजान व्यक्ति को अपना मोबाईल नंबर, ओटीपी, एटीएम कार्ड का पिन, सीवीसी नंबर कभी न बताये ।