जीतेंद्र कोठारी, वणी : दुनिया की सबसे सुरक्षित जगह मानी जाने वाली अपनी मां की गोद में सो रही महज 14 माह की बालिका को काल ने झपट्टा मार कर मां से छीन लिया। जहरीले सांप के रूप में आए काल ने बालिका के पैरो में डस लिया । इलाज के लिए चंद्रपुर ले जाते समय रास्ते में बालिका की मौत हो गई। इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना से एक ओर जहां गांव में शोक की लहर है, वहीं दूसरी ओर मारेगांव ग्रामीण अस्पताल में सर्पदंश का उपचार नहीं होने से ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, तहसील के टाकली गांव की महिला पल्लवी वैभव खेवले सोमवार रात खाना खाने के बाद अपनी 14 महीने की बेटी काव्या को गोद में लेकर जमीन पर बिस्तर लगाकर सो गई। आधी रात के बाद एक जहरीला सांप बिस्तर में घुस आया और मां की गोद में सो रही काव्या के पैर में काट लिया।सांप के काटते ही बालिका जोर-जोर से रोने लगी. जिससे कारण मां पल्लवी की नींद खुल गयी.
बिस्तर के पास ही लगभग 4 फीट लंबे सांप को देखते ही उसे समझने में देर नहीं लगी की काव्या को सांप ने डसा है। पल्लवी के शोर मचाने के बाद पड़ोसी भागकर आए व उन्होंने जहरीले मण्यार प्रजाति के सांप को पकड़ा। इधर सांप के जहर के प्रभाव से बेहोशी की अवस्था में जा रही बालिका को मारेगाव ग्रामीण अस्पताल में भर्ती कराया गया। मगर ग्रामीण अस्पताल में सर्पदंश का उचित उपचार उपलब्ध नही होने के कारण प्राथमिक उपचार कर रेफर कर दिया गया। मूर्छित हालत में उपचार के लिए चंद्रपुर ले जाते समय रास्ते में काव्या के प्राण पखेरू उड़ गए।