वणी : चातुर्मास समाप्ति के पश्चात् पिछले चार माह से स्थानीय जैन स्थानक में विराजित साध्वियों ने मंगलवार 5 दिसंबर को मंगल विहार कर दिया। स्थानीय जैन श्रावक-श्राविकाओं ने पुन: आगमन की कामना करते हुए भारी मन से साध्वी डॉ. उदिताजी म.सा., विशुद्दीजी म.सा., महिमाजी म.सा. व प्रणयाजी म.सा. को विदा किया। वणी से यवतमाल मार्ग पर विहार करते समय बड़ी संख्या में जैन समाज के श्रावक श्राविका उनके साथ थे। इस समय वणी यवतमाल मार्ग पर वणी से 12 की.मी. दुरी पर मांगरुल गाँव में डॉ. महेंद्र लोढ़ा के नवनिर्मित उत्सव मंगल कार्यालय का साध्वीश्री डॉ. उदिता जी के हाथो उद्घाटन किया गया ।
इस समय डॉ. बाबासाहेब आम्बेडकर आदिवासी आश्रमशाला व होस्टल के विद्यार्थियों को साध्वियो ने उपदेश देते हुए मांसाहार न करने, मातापिता की इज्जत करने व मन लगाकर पढाई कर बड़ा आदमी बनने की प्रतिज्ञा करवाई। उद्घाटन के पश्चात डॉ. महेद्र लोढ़ा परिवार की तरफ से स्नेह भोजन का आयोजन किया गया। जैन साध्वियो के विहार व कार्यक्रम के दौरान डॉ. महेंद्र लोढ़ा, आनंद झामड, अजय छल्लाणी, दीपक छाजेड, विद्या मुथा, रुपाली चोरडिया, डॉ. प्रीती लोढ़ा व बड़ी संख्या में जैन समाज के श्रावक श्राविकाएं उपस्थित थे। उत्सव मंगल कार्यालय से आज शाम को विहार के पश्चात साध्वीगण मारेगाव में रात्रि विश्राम कर बुधवार सुबह को वंहा से विहार करेगी।